धनतेरस, दीपावली पर्व का पहला और सबसे खास दिन माना जाता है। इसे धन और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है, इसलिए इस दिन सोना और चांदी खरीदना बेहद शुभ माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस दिन खरीदी गई कीमती धातुएँ घर में समृद्धि, सुख-शांति और खुशहाली लाती हैं। विशेष रूप से व्यापारी और निवेशक इस दिन अपने धन को बढ़ाने के लिए सोना, चांदी और आभूषणों की खरीदारी करते हैं।
सुबह का शुभ समय
धनतेरस के दिन सुबह का समय सोना-चांदी खरीदने के लिए सबसे लाभकारी माना जाता है। ज्योतिषों के अनुसार सुबह 6:30 बजे से 9:00 बजे तक का समय इस खरीदारी के लिए उत्तम है। इस समय खरीदी गई धातुएँ न केवल घर में समृद्धि लाती हैं बल्कि परिवार में सुख-शांति और सकारात्मक ऊर्जा भी बढ़ाती हैं। विशेष रूप से नए आभूषण या सोने के सिक्के इस समय खरीदना लाभकारी माना जाता है।
दोपहर और संध्या का समय
यदि सुबह समय नहीं मिल पाता है, तो दोपहर और संध्या का समय भी सोना-चांदी खरीदने के लिए शुभ है। दोपहर 12:00 बजे से 1:30 बजे तक और शाम 4:30 बजे से 6:00 बजे तक का समय ज्योतिषीय दृष्टि से लाभकारी माना जाता है। इस दौरान खरीदी गई धातुएँ निवेश में स्थिरता और सुरक्षा का संकेत देती हैं। इसके अलावा शाम के समय खरीदारी करने से घर में सुख-समृद्धि और धन-संपदा बनी रहती है।

खरीदारी के समय ध्यान रखने योग्य बातें
धनतेरस पर खरीदारी करते समय यह ध्यान रखना जरूरी है कि आप प्रमाणित और भरोसेमंद दुकानों से ही सोना और चांदी खरीदें। खरीदारी के समय वस्तु का शुद्धता प्रमाण पत्र, वजन और मूल्य की जांच अवश्य करें। साथ ही, पंचांग और शुभ मुहूर्त का ध्यान रखने से यह खरीदारी आपके लिए और भी अधिक फलदायक साबित हो सकती है।धनतेरस की यह परंपरा केवल संपत्ति बढ़ाने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह परिवार में सुख-शांति और सकारात्मक ऊर्जा लाने का भी माध्यम है। इसलिए इस दिन सोना-चांदी खरीदते समय शुभ समय और मुहूर्त का पालन करना बेहद जरूरी है। सही समय पर की गई खरीदारी आपके घर में धन, समृद्धि और खुशहाली लेकर आएगी।













