Translate Your Language :

Latest Updates
Bhagavad Gita teachings: भगवत गीता का सोलहवां अध्याय, भगवान कृष्ण ने बताए हैं तीन महापाप, जो इंसान की जिंदगी कर देते हैं बर्बाद… Spiritual advice for good luck: कौन-सा व्रत बदल देगा किस्मत? प्रेमानंद महाराज ने बताया Rahu-Ketu Dosh: लगातार बढ़ रहे संकटों की जड़ हो सकते हैं छाया ग्रह, इन उपायों से मिलेगी राहु-केतु के कष्टों से मुक्ति Chanakya Niti: प्रार्थना से नहीं मेहनत से मिलेगी सफलता, छात्र हों या बड़े सफल होने के लिए इन चीजों से रहें कोसों दूर Swapna Shastra: किसी को नहीं बताने चाहिए ये 4 सपने, नाराज हो जाती हैं माता लक्ष्मी! Indresh Upadhyay: लाला इंद्रेश ने सबके मन जीते…जब प्रेमानंद महाराज से मिलने पहुंचे कथावाचक के पिता! Vastu Tips: सुबह घर से निकलते समय हाथ से इन चीजों के गिराने से होती है अनहोनी! Jadu Lagane Ke Niyam : झाड़ू नियमों के बारे में…आर्थिक परेशानियों का कारण बन सकती है झाड़ू, वास्तु अनुसार शाम को संभलकर करें झाड़ू का प्रयोग Sukrawar Ki Aarti: शुक्रवार को पढ़ें माता लक्ष्मी की ये आरती, घर में कभी नहीं होगी धन-धान्य की कमी! Katha Vachak Indresh Upadhyay wedding: कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय आज शिप्रा के साथ लेंगे सात फेरे, जयपुर में बजेगी शहनाई
Home » ब्लॉग » Indresh Upadhyay: लाला इंद्रेश ने सबके मन जीते…जब प्रेमानंद महाराज से मिलने पहुंचे कथावाचक के पिता!

Indresh Upadhyay: लाला इंद्रेश ने सबके मन जीते…जब प्रेमानंद महाराज से मिलने पहुंचे कथावाचक के पिता!

Facebook
X
WhatsApp

प्रसिद्ध कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय की हाल ही शादी हुई.उनके विवाह और शादी के कार्ड ने खूब चर्चा बटोरी. अब उनके पिता कृष्ण चंद्र ठाकुर जी और प्रेमानंद महाराज की मुलाकात का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस भेंट के दौरान बातचीत का अहम हिस्सा कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय रहे. प्रेमानंद महाराज ने कहा कि इंद्रेश उपाध्याय जी का स्वभाव ऐसा है कि लूट लेता है और वो एक बार जिसके पास जाते हैं, उसको अपना बना लेते हैं.

प्रेमांनद महाराज ने इंद्रेश उपाध्याय के स्वभाव की तारीफ करते हुए कहा कि उनका स्वभाव मृदु महा भागवत स्वरूप है. इंद्रेश जी पर हमारे संत-महात्मा, वैष्णव, सब आत्मा की तरह प्यार करते हैं. उनका स्वभाव है कि लूट लेता है. एक बार जिसके पास गए, अपना बना लेते हैं. प्रेमानंद महाराज ने इंद्रेश उपाध्याय की वाणी और कथावाचन की शैली पर भी विशेष तारीफ की. उन्होंने उनके पिता से यह बात कही कि आपकी ऐसी कृपा है, कि उनकी वाणी में अमृत विराजमान है. जब वह भागवत चर्चा करते हैं तो चित्त को एकाग्रता करनी नहीं पड़ती, चित्त स्वाभाविक एकाग्र हो जाता है.

विवाह ने बटोरी सुर्खियां
बातचीत के दौरान कृष्ण चंद्र ठाकुर जी ने कहा कि इंद्रेश जी दो बार आप से बार मिल चुके हैं. दरअसल यह वीडियो पुराना है.और इंद्रेश की शादी के बाद यह अब वायरल हो रहा है.इंद्रेश उपाध्याय का विवाह 5 दिसंबर को जयपुर के आमेर स्थित ताज होटल में वैदिक रीति-रिवाजों के अनुसार संपन्न हुआ. यह शादी केवल एक पारिवारिक उत्सव नहीं थी, बल्कि धार्मिक और सामाजिक जगत में भी खूब चर्चा का विषय बनी रही.देशभर से आए संत, महंत, आचार्य और कई विशिष्ट अतिथियों ने इस आयोजन में आकर उन्हें आशीर्वाद दिया. पूरे विवाह समारोह में वैदिक मंत्रोच्चार, पारंपरिक रीतियों और आध्यात्मिक वातावरण का विशेष रंग देखने को मिला, जिसने इस शादी को और भी खास और यादगार बना दिया.

Madhumita Verma
Author: Madhumita Verma

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ताजा खबरें