वास्तु शास्त्र एक प्राचीन विज्ञान है, जिसका हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है. वास्तु शास्त्र बताता है कि किस भवन का निर्माण किस प्रकार किया जाना चाहिए, ताकि परिवार के सदस्यों की खुशियां और समृद्धि बनी रहे और नकारात्मक ऊर्जा दूर रहे. वास्तु शास्त्र में घर से जुड़े कई नियम बताए गए हैं और उन्हीं में से एक है झाड़ू से जुड़ा नियम. झाड़ू को माता लक्ष्मी का प्रतीक माना गया है और कहा जाता है कि झाड़ू केवल साफ-सफाई ही नहीं बल्कि दुर्भाग्य, दरिद्रता और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है. इसलिए वास्तु और ज्योतिष में झाड़ू का विशेष स्थान माना गया है. अगर आप शाम के समय झाड़ू का प्रयोग करते हैं तो वास्तु अनुसार कुछ गलतियों को करने से बचना चाहिए अन्यथा कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. आइए वास्तु अनुसार जानते हैं शाम को झाड़ू से जुड़े इन नियमों के बारे में…
शाम के समय ना लगाएं झाड़ू
हिंदू धर्म में झाड़ू को देवी लक्ष्मी से जोड़कर देखा जाता है. बड़े बुजुर्गों से आपने अक्सर यह कहते सुना होगा कि शाम के समय घर में झाड़ू नहीं लगानी चाहिए. वास्तु के अनुसार, सूर्य ढलने के बाद घर में झाड़ू लगाने से माता लक्ष्मी नाराज होती है और घर में दरिद्रता आती है. इसलिए सूर्यास्त के बाद घर में झाड़ू लगाने से बचना चाहिए. अगर कुछ ज्यादा ही जरूरी है तो झाड़ू को प्रणाम करके ही प्रयोग करें. शाम के समय झाड़ू लगाने से घर की सकारात्मक ऊर्जा और लक्ष्मी जी की कृपा घर से बाहर चली जाती है, इसलिए सूर्यास्त के बाद झाडू लगाने से बचना चाहिए.
इस दिशा में रखें झाड़ू
वास्तु शास्त्र के अनुसार, झाड़ू को कभी भी घर के गंदे स्थान या कूड़ेदान के पास नहीं रखना चाहिए, यह अशुभ माना जाता है. गंदे स्थान पर झाड़ू रखने से वास्तु दोष होता है और घर में नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है. लक्ष्मी का प्रतीक झाड़ू को हमेशा साफ जगह पर रखना चाहिए और अगर आप झाड़ू को घर की पश्चिम दिशा या दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखते हैं तो यह बहुत शुभ माना जाता है. ऐसा करने से सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है.












