Ram Darbar Pran Pratishtha: राम नगरी अयोध्या एक बार फिर भक्ति और आस्था के रंग में रंग गई है। यहां के भव्य राम मंदिर में आज यानी 5 जून 2025 को एक और ऐतिहासिक अध्याय जुड़ने जा रहा है। मंदिर के प्रथम तल पर श्रीराम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा विधिवत रूप से अभिजीत मुहूर्त में की जाएगी। इस मौके पर मंदिर परिसर में बने अन्य छह मंदिरों में भी मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा होगी। इस भव्य आयोजन के लिए देशभर के श्रद्धालुओं की निगाहें अयोध्या पर टिकी हुई हैं।
राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा शुभ मुहूर्त (Ram Darbar Pran Pratishtha Shubh Muhurt)
हिंदू पंचांग के अनुसार, अभिजीत मुहूर्त को अत्यंत शुभ माना जाता है। यह मुहूर्त आज सुबह 11:52 बजे से दोपहर 12:48 बजे तक रहेगा। इसी दौरान, मंत्रोच्चार और वैदिक विधियों के साथ भगवान श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और भक्त हनुमान की मूर्तियों को विधिपूर्वक स्थापित किया जाएगा।
इसके अलावा, दोपहर 2:30 से 3:22 बजे तक का समय विजय मुहूर्त भी पूजा-पाठ और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए उपयुक्त माना गया है।
अभिजीत मुहूर्त ही क्यों चुना गया?
राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा के लिए अभिजीत मुहूर्त का चयन संयोग नहीं, बल्कि धार्मिक मान्यता पर आधारित निर्णय है। मान्यता है कि भगवान श्रीराम का जन्म भी अभिजीत मुहूर्त में ही हुआ था। इसी कारण, राम दरबार में प्रतिमाओं की स्थापना के लिए भी यह मुहूर्त सर्वोत्तम माना गया।
राम मंदिर परिसर के सात स्थानों पर मूर्तियों की स्थापना
आज केवल राम दरबार ही नहीं, बल्कि अयोध्या के राम मंदिर परिसर में सात अन्य प्रमुख मंदिरों में भी प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। ये मंदिर और उनके स्थान इस प्रकार हैं:
- ईशान कोण – शिवलिंग
- अग्निकोण – श्रीगणेश
- दक्षिण मध्य – महाबली हनुमान
- नैऋत्य कोण – सूर्य देव
- वायव्य कोण – मां भगवती
- उत्तर मध्य – मां अन्नपूर्णा
- मुख्य मंदिर प्रथम तल – श्रीराम दरबार
- दक्षिण पश्चिम परकोटा – शेषावतार
राम दरबार में भगवान राम, मां सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और हनुमान जी की प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी। ये सभी मूर्तियां मंदिर के प्रथम तल पर प्रतिष्ठित की जाएंगी। मूर्तियों की नयनाभिराम छवि और भावपूर्ण आकार श्रद्धालुओं के मन को आकर्षित करने वाली होंगी।
आयोजन में पहुंचे 101 आचार्य
इस ऐतिहासिक आयोजन को और भी अधिक गरिमामय बनाने के लिए काशी और अयोध्या के कुल 101 वैदिक आचार्य पहुंचे हैं, जो विधिवत पूजा-अर्चना और मंत्रोच्चार से प्राण प्रतिष्ठा सम्पन्न कराएंगे। साथ ही, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे और राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा के साक्षी बनेंगे।
राम मंदिर में आज होने वाली प्राण प्रतिष्ठा केवल एक धार्मिक क्रिया नहीं, बल्कि करोड़ों रामभक्तों की आस्था से जुड़ा एक भावनात्मक क्षण है। वर्षों से प्रतीक्षित यह आयोजन श्रद्धा, परंपरा और सांस्कृतिक चेतना का अद्वितीय संगम है, जो अयोध्या की मिट्टी में रच-बस चुका है।
