हिंदू धर्म में तुलसी का पौधा न केवल एक साधारण पौधा माना गया है, बल्कि यह धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत पवित्र भी है। तुलसी माता का पूजन प्रत्येक हिंदू परिवार में विशेष श्रद्धा के साथ किया जाता है। तुलसी को देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना गया है और ऐसा विश्वास किया जाता है कि जहां तुलसी का वास होता है, वहां कभी भी नकारात्मक शक्तियां नहीं ठहरतीं। तुलसी के पौधे की पूजा से घर में सकारात्मक ऊर्जा, समृद्धि और सुख-शांति का वास होता है। लेकिन कई बार लोग अनजाने में तुलसी के आसपास कुछ ऐसी वस्तुएं रख देते हैं जो शुभ नहीं मानी जातीं। ऐसा करने से घर में दरिद्रता, कलह-कलेश और आर्थिक समस्याएं प्रवेश कर सकती हैं। इसलिए तुलसी के पास किन चीजों को भूलकर भी नहीं रखना चाहिए, यह जानना जरूरी है।
1. तुलसी के पास लोहे या प्लास्टिक के बर्तन न रखें
तुलसी में जल अर्पित करते समय कई लोग प्लास्टिक या लोहे के बर्तन का उपयोग करते हैं, जो पूर्णतः अशुभ माना गया है। तुलसी माता शुद्धता की प्रतीक हैं, और लोहे या प्लास्टिक जैसे पदार्थ नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं। तुलसी को जल चढ़ाने के लिए तांबे, पीतल, चांदी या मिट्टी के बर्तन का उपयोग करना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से घर में धन और सौभाग्य बढ़ता है।
2. तुलसी के पास कूड़ा या गंदगी न छोड़ें
तुलसी के आस-पास हमेशा साफ-सफाई बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है। यदि तुलसी के पास कूड़ा, धूल, गंदे बर्तन या झाड़ू रखे जाते हैं तो यह देवी लक्ष्मी के अपमान के समान होता है। इससे घर की समृद्धि में बाधा आती है और धीरे-धीरे दरिद्रता प्रवेश करने लगती है। शास्त्रों के अनुसार, तुलसी के पौधे के आसपास का स्थान हमेशा पवित्र और स्वच्छ रहना चाहिए।
3. तुलसी के पास जूते-चप्पल या चमड़े की वस्तुएं न रखें
चमड़े से बनी वस्तुएं या जूते-चप्पल अपवित्र माने जाते हैं। तुलसी माता के समीप इनका रखा जाना धार्मिक रूप से वर्जित है। ऐसा करना तुलसी माता का अपमान होता है और इससे देवी लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं। कहा जाता है कि जहां तुलसी के पास ऐसे अपवित्र पदार्थ रखे जाते हैं, वहां से सुख और शांति धीरे-धीरे समाप्त हो जाती है।

4. कांटेदार या नकारात्मक पौधे न लगाएं
तुलसी के पास कांटेदार पौधे जैसे कि कैक्टस, मनी प्लांट या बेल वाली लताओं को नहीं लगाना चाहिए। तुलसी शुद्धता और सात्त्विकता की प्रतीक हैं जबकि कांटेदार पौधे नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं। ऐसे पौधों के कारण तुलसी की पवित्र ऊर्जा प्रभावित होती है और घर में मानसिक तनाव और कलह बढ़ने की संभावना रहती है।
5. बुझा हुआ दीया या बासी जल न छोड़ें
हर दिन तुलसी के पास दिया जलाना अत्यंत शुभ माना गया है, लेकिन यह ध्यान रखें कि दिया जलाने के बाद बुझा हुआ दीया वहीं न छोड़ें। तुलसी माता को जल अर्पण करने के बाद उस बर्तन को भी वहीं पर बिना धोए या बिना साफ किए न रखें। तुलसी के पास बासी या गंदा जल रखना दरिद्रता को आमंत्रित करता है। हमेशा तुलसी की आरती के बाद दीपक को सम्मानपूर्वक उठाकर सुरक्षित स्थान पर रखें।
6. सूखे या मुरझाए पत्ते न छोड़ें
अक्सर तुलसी के पौधे के नीचे सूखे पत्ते गिर जाते हैं जिन्हें लोग वहीं छोड़ देते हैं। यह भी एक बड़ी गलती मानी जाती है। तुलसी के सूखे पत्तों को समय-समय पर साफ करना चाहिए। तुलसी की देखभाल और उसकी पवित्रता बनाए रखना ही देवी लक्ष्मी को प्रसन्न रखने का उपाय है।
7. तुलसी के पास अपवित्र वस्तुएं या शराब जैसी चीजें न रखें
तुलसी के आसपास कभी भी शराब, सिगरेट, तंबाकू या किसी भी प्रकार की अपवित्र वस्तु नहीं रखनी चाहिए। तुलसी माता के समीप ऐसा करना पाप के समान माना जाता है और इससे घर का वातावरण दूषित होता है।तुलसी माता का पूजन केवल एक धार्मिक कर्मकांड नहीं बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। तुलसी के पौधे की देखभाल और पूजा सच्ची श्रद्धा, शुद्धता और पवित्रता के साथ करनी चाहिए। यदि आप तुलसी के पास ऊपर बताई गई वस्तुएं नहीं रखते और प्रतिदिन तुलसी को जल अर्पित करते हैं, तो आपके जीवन में सुख, समृद्धि, धन और शांति का वास बना रहेगा।तुलसी माता को प्रसन्न रखना यानी देवी लक्ष्मी को अपने घर में आमंत्रित करना है। इसलिए तुलसी के पौधे के पास हमेशा सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखें और उसकी पवित्रता का आदर करें।













